Which is 2nd verse from the Bhagavad Gita?

The Bhagavad Gita, a sacred text of Hinduism, consists of 18 chapters (verses) in total. Each chapter is divided into several verses. The second chapter of the Bhagavad Gita is called "Sankhya Yoga" or "The Yoga of Knowledge."

 

The Bhagavad Gita, a sacred text of Hinduism, consists of 18 chapters (verses) in total. Each chapter is divided into several verses. The second chapter of the Bhagavad Gita is called "Sankhya Yoga" or "The Yoga of Knowledge."

The second verse of the Bhagavad Gita, Chapter 2, is as follows:

"Sanjaya uvacha Tam tatha krpayavishtam ashrupurnakulekshanam Vishidantam idam vakyam uvacha madhusudanah"

Translation: "Sanjaya said: To him who was thus overcome with compassion and afflicted with sorrow, whose eyes were full of tears and who was bewildered, Lord Krishna spoke the following words."

This verse sets the stage for the teachings of Lord Krishna to Arjuna, who is in a state of moral dilemma and emotional distress on the battlefield of Kurukshetra. It highlights Arjuna's emotional state and his readiness to receive Lord Krishna's guidance.

The second verse of the Bhagavad Gita, is as follows:

"Sanjaya uvacha
Tam tatha krpayavishtam
ashrupurnakulekshanam
Vishidantam idam vakyam
uvacha madhusudanah"



Translation:
"Sanjaya said: To him who was thus overcome with compassion and afflicted with sorrow, whose eyes were full of tears and who was bewildered, Lord Krishna spoke the following words."


This verse sets the stage for the teachings of Lord Krishna to Arjuna, who is in a state of moral dilemma and emotional distress on the battlefield of Kurukshetra. It highlights Arjuna's emotional state and his readiness to receive Lord Krishna's guidance.

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जानें नेपाल के मुक्तिनाथ मंदिर, जानकीदेवी और पशुपतिनाथ मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथाएं

मुक्तिनाथ एक विष्णु मंदिर है, जो हिंदुओं और बौद्धों दोनों के लिए पवित्र है। यह नेपाल के मस्टैंग में थोरोंग ला पर्वत दर्रे के तल पर मुक्तिनाथ घाटी में स्थित है। यह दुनिया के सबसे ऊंचे मंदिरों (ऊंचाई 3,800 मीटर) में से एक है। हिंदू धर्म के भीतर, यह 108 दिव्य देशमों में से एक है, और भारत के बाहर स्थित एकमात्र दिव्य देशम है। इसे मुक्ति क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, जिसका शाब्दिक अर्थ है 'मुक्ति क्षेत्र' (मोक्ष) और नेपाल में चार धामों में से एक है।

रमजान के दौरान रोजे रखने वालों के लिए शब-ए-कद्र की रात बड़ी महत्वपूर्ण होती है।

यह वह रात है जब पैगंबर मुहम्मद को कुरान की पहली आयतें बताई गई थीं। माना जाता है कि इस रात भगवान अपने सेवकों के सभी पापों को क्षमा करते हैं और उनकी प्रार्थना स्वीकार करते हैं।

शहादत की अनूठी मिसाल मुहर्रम, इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार मुहर्रम हिजरी संवत का पहला महीना होता है।

मुस्लिम धर्म के अनुसार मुहर्रम पैगंबर मुहम्मद और उनके साथियों के पोते इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाता है।

ज्वालामुखी मंदिर हिमाचल प्रदेश के काँगड़ा जिले में नेकेड खड्ड के तट पर कसेटी नाम का एक छोटा सा गांव स्थित है।

जय बाबा धुंन्धेशवर महादेव, कांगडा जिसका संबंध भी शिव की एक दिव्य शक्ति से है। 

अन्नावरम आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में पम्पा नदी के तट पर स्थित एक गाँव है।

अन्नावाराम गाव में वीरा वेंकट सत्यनारायण भगवान का एक प्रसिद्ध और पुराना मंदिर है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है।